फर्रुखाबाद / स्मृति दिवस पर स्व. प्रभा व्दिवेदी को किया याद, अर्पित की गयी काव्यांजलि फर्रुखाबाद। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय प्रभा द्विवेदी के स्मृति दिवस पर महादेवी स्मृति पीठ के बैनर तले उन्हें याद किया गया।
मौजूद लोगों ने जहां स्वर्गीय श्रीमती द्विवेदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला वहीं उनकी साहित्यिक रुचि को प्रदर्शित करते हुए काव्यांजलि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि राम शंकर अवस्थी अबोध ने की तथा संचालन राष्ट्रीय स्तर के कवि एवं मंच संचालक डॉ शिव ओम अंबर ने किया।
नुनहाई स्थित डा.अंबर के निवास पर हुए आयोजन की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना तथा स्व.प्रभा व्दिवेदी के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ हुआ। स्वर्गीय श्रीमती द्विवेदी के देवर दो हरिदत्त द्विवेदी ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया और स्वर्गीय श्रीमती द्विवेदी के संस्मरण सुनाए। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त व्दिवेदी के साथ रहकर राजनीति के मूल्य की जानकारी श्रीमती द्विवेदी को हुई हालांकि बी शिक्षा विभाग में वरिष्ठ पद पर तैनात रही। उनकी कुछ विशेष इच्छा राजनीति में आने की नहीं थी लेकिन स्वर्गीय द्विवेद्वी की हत्या के बाद कुछ ऐसा वातावरण बना कि उन्हें राजनीति में आना पड़ा और वह चुनाव जीतकर कैबिनेट में मंत्री बनीं। बहुत ही सरल स्वभाव एवं मातृत्व जैसे गुना को समावेशित किए स्व.भाभी जी ममता की प्रतिमूर्ति थीं।
इस अवसर पर सामाजिक सेवाओं के लिए परियोजना अधिकारी नमामि गंगे निहारिका पटेल को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। डॉ शिव ओम अंबर ने कहा कि अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में स्व. श्रीमती द्विवेदी ने मेजर सुनील दत्त द्विवेदी को दिया जो लगातार दूसरी बार विधायक सदर की हैसियत से समाज सेवा कर रहे हैं।
मूल्य निष्ठ राजनीति की पाठशाला में शिक्षा ग्रहण करने वाले मेजर सुनील दत्त में जहां अपने पिता जैसा तेज और समझदारी है वहीं अपनी मां को की तरह संवेदनशीलता और स्नेह है। यह सभी स्वर्गीय प्रभा द्विवेदी की ही देन है। इस मौके पर हुई काव्यांजलि में वरिष्ठ बृज किशोर सिंह किशोर, डॉक्टर संतोष पांडेय, राम अवतार शर्मा इंदु, राम शंकर अवस्थी अबोध,मधु गौड़, रेजीना सहर डा.शिव ओम् अंबर युवा कवि वैभव सोमवंशी सुभग आदि ने काव्यपाठ किया । इस मौके पर बड़ी तादाद में समाज सेवा साहित्य प्रेमचंद मौजूद रहे। राजीव मिश्रा ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।