फर्रुखाबाद/-कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती साधारण सभा की बैठक में प्रांतीय कला साधक संगम को सफल बनाने पर विचार विमर्श किया गया ।
रविवार को शहर भारतीय पाठशाला इण्टर कालेज में आयोजित बैठक शुभारंभ भगवान नटराज का पूजन कर संस्था ध्येय गीत से हुआ । बैठक में भारतेंदु नाट्य अकादमी के सदस्य प्रांतीय महामंत्री सुरेंद्र पाण्डेय ने कहा कि आगामी आठ,नौ,और दस नवंबर में आयोजित दिन दिवसीय प्रांतीय कला साधक संगम में आठ विधाओं की चौसठ कलाओं के कलाकर सम्मिलित होंगे कलाओं का यह संगम अपने आप में अद्वितीय होगा
जिसमें भारतीय संस्कृति के साथ जिले की संस्कृति को भी प्रमुखता से सामने लाया जाएगा, यह कला साधक संगम तीन वर्षों में एक बार आयोजित किया जाता है। कला साहित्य और संगीत के इस अनूठे संगम में कला साधक आठ विधाओं और चौसठ कलाओं का दर्शन देखने को मिलेगा। अलग- अलग सत्रों में गोष्ठियों परिचर्चा का आयोजन होगा। तीन दिवसीय कार्यक्रम से पूर्व चित्र कला,मूर्ति कला की कार्यशाला का आयोजन व कला साधक संगम में शोधार्थी, विद्यार्थियों के लिए प्रदर्शनी लगाई जाएगी।कला साधक संगम में विधा प्रमुख को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई
इसी के साथ अलग -अलग समितियों का गठन किया गया ।बैठकी अध्यक्षता नवीन मिश्रा नब्बू ने की संचालन अरविंद दीक्षित ने किया।
इस अवसर पर दीपक रंजन सक्सेना,अनिल प्रताप सिंह, कुलभूषण श्रीवास्तव, नरेंद्र नाथ मिश्र,महेश पाल सिंह उपकारी, राम अवतार शर्मा,दिलीप कश्यप, राम मोहन शुक्ल, गौरव मिश्र,साधना श्रीवास्तव, भूपेंद्र प्रताप सिंह, शशिकांत पाण्डेय,अर्पण शाक्य अभिनव सक्सेना,रविन्द्र भदौरिया,अनुराग पाण्डेय, अनुभव सरस्वत,सुनीता सक्सेना, ऋषि दत्त शर्मा, सुबोध शुक्ला,अमन अवस्थी,अर्चना द्विवेदी, रजनी लौंगवानी,पारुल सैनी,हेमलता श्रीवास्तव,नेहा सक्सेना,प्रीति तिवारी,दिनेश अवस्थी,मनोज मिश्रा,विकास दीक्षित, शालू अग्रवाल, कविता शुक्ला, रीतू शुक्ला, चित्रा अग्निहोत्री, प्रीतू वर्मा,विशाल श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।